कोरोनाकाल के युवा दिवस पर अनोखा संकल्प-2022


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आजकल टीवी पर एक ऐड आ रहा है।उस ऐड में दिखाया गया है कि, एक लड़की सबको फ्री में राय देती है,कि शादी में कैसे कपड़े पहने,ज्यूलरी पहने।फिर कम्पनी उसे कहती है कि वो एक एप्प के माध्यम से ये काम करे जिससे वो फ्री में पैसे भी कमा सकती है।लड़की खुश हो जाती है।

आज विश्व स्वामी विवेकानंद जी की 159 वीं जयंती मना रहा है।ये वही स्वामी जी है जिन्होंने मात्र 39 वर्ष की आयु में विश्व को इतना कुछ दे दिया जिसके लिये पूरा विश्व उनका ऋणी है। एक सन्यासी जिसने अपना सर्वस्त्र न्यौछावर कर दिया।

हम कहाँ जा रहे है कि आज किसी को राय देने में भी व्यापार ढूढ़ रहे है?देने का अपना अलग ही आंनद है।आज भी देने वालों की कमी नही है।लेकिन इस युवा दिवस पर हमें अपने स्वार्थ के व्यास को थोड़ा व्यापक करना होगा।

देकर देखिये कभी किसी को हौसला।कभी उम्मीद के दो शब्द। कभी उत्साह भरी शाबाशी। जिसका प्रतिउत्तर भले ही आपको शब्दों में ना मिले पर सामने वाले का रोम रोम आपके प्रति कृतार्थ होगा।

स्वामी विवेकानंद मेरे जीवन आदर्श है।जब भी स्वामी जी को सोचती हूँ ऊर्जा का संचारण महसूस करती हूँ अपने आपने। कठोपनिषद से लिया, उत्तिष्ठ जाग्रत प्राप्त वरानबोधयत।महामंत्र है,मेरे जैसे लाखों शोधार्थियों का जो जीवन के परमोच्चय लक्ष्य तक पहुँचना चाहते है।

स्वामी जी के ज्ञान के अथाह सागर से निकले एक मोती में भी क्षमता है,हमारी सम्भावनाओं की उत्तरोत्तर प्रगति की। सरस्वती स्वरूपा माँ शारदा व भावशिरोमनी ठाकुर की अहैतुकी कृपापात्र स्वामी जी ने अपने तार्किक व वैज्ञानिक चश्में से धर्म की नई धुरी प्रतिस्थापित की है।जो युवाओं की प्रेरणा है।

आज के दिन,मैं अपने माता पिता के आशीर्वाद से एक ब्लॉग का शुभारंभ कर रही हूँ। स्वामी जी ने कहा था कि युवाओं को गीता से ज्यादा फुटबॉल की जरूरत है।हमारे स्नायु फौलादी होने चाहिये। वर्ष 2022 का युवा दिवस 75 करोड़ सूर्यनमस्कार के रिकॉर्ड के साथ इतिहास में दर्ज हुआ है।

देश मे स्वास्थ को लेकर जागरूकता पैदा की जा रही है जो कि युवा दिवस का आधार है। अतः इस शुभारंभ का साक्षी बनने के लिये मैंने आदरणीय सतीश सक्सेना जी से निवेदन किया।सतीश जी इस समय म्यूनिख,जर्मनी में विवेकानंद मैराथन के ब्रांड अम्ब्रेस्डर है।साथ ही सर ने मेरे जैसे हज़ारों युवाओं को युवा का सही अर्थ समझाया है।

आज मैं सबके सामने ये बात मुखर कर रही हूँ कि सर ने ही मुझे दौड़ने के लिये प्रेरित किया और जल्द ही मैं सर के साथ मैराथन दौडूंगी।
साथियों, कोरोनाकाल,2022 में आप भी अपना एक युवा संकल्प बनाइये।
निश्चन्त रूप से संकल्प में शक्ति होती है और स्वामी जी की अनन्त शक्तियों को आप अपने में संचारित पायेगे।बस स्वार्थ का व्यास अपरिमित कर दीजिये।

युवा दिवस की बधाई हो।

डॉ अंजलि केसरी

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