अंजलि विशाल,बहुमुखी प्रतिभा का एक नाम।
निःस्वार्थ समाजसेविका,
लेखिका,आर्टिस्ट,गायिका,
मोटिवेटर के साथ साथ आप विशाल संकल्प की संस्थापिका भी है।
अंजलि ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से फाइन आर्ट्स में परास्नातक किया व अभी डिजिटल पेंटिंग में रिसर्च(phd) कर रहीं है।
आप केन्द्रीय विद्यालय,न्यू कैंट,में शिक्षिका है और बच्चों को शिक्षित करने को देशभक्ति मानती है।
जिन परिस्थितियों में लोगों के जीने की उम्मीद खत्म हो जाती है उन परिस्थितियों में अंजलि विशाल ने दूसरों की मुस्कान का कारण बनना तय किया।
1,1,16 को सड़क हादसे में अपने पति को खोने के बाद अपना जीवन राष्ट्र सेवा के लिए (विशाल संकल्प)को समर्पित कर दिया।
अंजलि विशाल ने स्लम बच्चों के लिये एक कार्यक्रम तैयार किया है,महकने दो।
लड़कियों को शिक्षित करना मतलब 2 परिवारों को समृद्ध करना।(महकने दो) में आप टीम के साथ लड़कियों के सर्वांगीण विकास के लिए,ज़मीनी स्तर पर कार्य कर रही है।बिना किसी सरकारी अनुदान के अपनी सैलरी व साथियों के सहयोग से आत्मसंतुष्टि के लिए ये कार्य करती है।महकने दो,के तहत संस्था के द्वारा शिक्षा,बाल शोषण,कौशल विकास,स्वच्छता व सैनेटरी नैपकीन,इको फ्रेंडली उत्पाद व नारी सशक्तिकरण पर स्लम व गरीब लड़कियों के साथ कार्य किया जाता है।अब तक 300 से ज्यादा बेटियां (महकने दो) से जुड़ चुकी है।
साथ ही प्रयागराज से 55 किमी दूर,आदिवासी गाँव (मवैया)के 150 बच्चों को भी शिक्षित कर रही है।विशाल संकल्प द्वारा रोज़ शाम 4 से 6 कक्षाये चलती है।साथ ही महिलाओं के लिये जागरूकता कार्यक्रम भी किये जाते है।ये ऐसा उपेक्षित गाँव है जहाँ स्कूल में आज भी बिजली नही है व घरों में शौचालय नही है।
अंजलि विशाल का मानना है कि
अंधेरे की शिकायत से बेहतर है एक छोटा सा दीप ही जलाया जाये। ये प्रयास राष्ट्र निर्माण का ही हिस्सा है।क्योंकि जब तक देश का अंत्योदय विकसित नही होगा, देश विकसित नही होगा।
विद्यालय से आने के बाद रोज शाम को स्लम बस्ती में जाकर मैं निस्वार्थ सेवा देती है।
लेखन में आपकी खासी रुचि है।
आपको राष्ट्रीय युवा कवि का अवार्ड नई दिल्ली में मिला है।स्लम के बच्चों के जीवन पर आधारित पेंटिंग्स,फोटोग्राफी व कविताओं की प्रदर्शनी का भी आयोजन करती है।
संगीत में भी आपकी रुचि है,आपने प्रयाग सगीतविद्यालय के हर रंगारंग कार्यक्रम में आपका योगदान रहता है।
चूंकि गंगा,यमुना और मानसी सरस्वती की नगरी इलाहाबाद से है तो आपका प्रयास गंगा सफाई अभियान में भी रहता है।नमामि गंगे के तहत शहर को पॉलिथीन मुक्त करने की मुहिम में भी आप कार्यरत है।
शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास,नई दिल्ली की आप प्रयाग प्रान्त की व्यक्तित्व विकास संयोजक भी है।
मुस्कान संग मानवता की सेवा,संस्था का मुख्य उद्देश्य है।
अंजलि भविष्य में संस्था द्वारा विद्यालय खोलना चाहती है जहाँ बच्चों को शिक्षा के साथ2 कौशल भी सिखाया जाये ।